-तरह-तरह के कार्यक्रम कर लोगों को परिवार नियोजन के प्रति किया गया जागरूक
-परिवार नियोजन को लेकर लोगों को अस्थायी सामग्री का इस्तेमाल करने की सलाह
बांका, 17 जनवरी-
जिले में परिवार नियोजन पखवाड़ा की सोमवार से शुरुआत हो गई। इसे लेकर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में तरह-तरह के कार्यक्रम किए गए। इस दौरान लोगों को परिवार नियोजन को लेकर जागरूक किया गया। लोगों को अस्थायी सामग्री के इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। सदर अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. अभय प्रकाश चौधरी, केयर इंडिया के डीटीएल तौसीफ कमर और कन्हैया कुमार मौजूद थे।
डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि जिले में परिवार नियोजन को लेकर लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। अभी 29 जनवरी तक पखवाड़ा चलेगा। इस दौरान विशेष तौर पर लोगों को इसे लेकर जागरूक किया जाएगा। 29 जनवरी तक जिले में परिवार नियोजन से संबंधित लगातार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। साथ ही लोगों को अंतरा, छाया और कंडोम जैसे अस्थायी सामग्री के इस्तेमाल करने की सलाह दी जाएगी। सोमवार को भी काफी लोगों को इस तरह की सलाह दी गई।
दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल जरूरी: डॉ. चौधरी ने बताया कि दो बच्चों को बीच तीन साल का अंतराल जरूरी होता है। इससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहता है। साथ ही बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है, जिससे वह भविष्य में कम बीमार पड़ता है। साथ ही अगर बीमार भी पड़ेगा तो उससे वह आसानी से उबर जाएगा। इसलिए लोगों को दो बच्चे के बीच तीन साल का अंतराल रखने की सलाह दी जा रही है। साथ ही पहला बच्चा 20 साल के बाद पैदा करने की सलाह दी गई।
योग्य दंपति की काउंसिलिंग की गई: परिवार नियोजन पखवाड़ा के आगाज के मौके पर योग्य दंपति की काउंसिलिंग की गई। दो बच्चे वाले दंपति को बंध्याकरण की सलाह दी गई। उन्हें इसके फायदे के बारे में बताया गया। ऐसा करने से न सिर्फ स्वास्थ्य बेहतर रहता है, बल्कि आर्थिक तौर पर भी लोगों को आजादी रहती है। इसलिए जिनके दो बच्चे हो गए हैं, वह बंध्याकरण करा लें।
रिपोर्टर
Swapnil Mhaske
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
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